जीवन की उलझनों का सरल समाधान : Vyas ji Astrology को क्यों चुनें?

जीवन की उलझनों का सरल समाधान : क्या ज्योतिषी आपकी समस्याओं का निवारण कर सकते हैं? बॉडी डिस्क्रिप्शन: जीवन एक सफर है, जिसमें उतार-चढ़ाव आते ही रहते हैं. कभी खुशियों का मौसम होता है तो कभी मुश्किलों का दंश झेलना पड़ता है. ऐसे में हम हर संभव प्रयास करते हैं अपने दुखों को दूर करने के लिए. कई बार तो हम राह भटक जाते हैं और सही रास्ता दिखाने वाला कोई साथी न मिल पाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्राचीन विज्ञान ज्योतिष आपके लिए उम्मीद की किरण बन सकता है? जी हां, ज्योतिष न सिर्फ आपके भविष्य की भविष्यवाणी करता है, बल्कि यह जीवन की गूढ़ समस्याओं को सुलझाने में भी आपकी मदद कर सकता है. आइए जानते हैं कैसे: बोल्ड डिस्क्लेमर: यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ज्योतिष का उद्देश्य किसी की जिंदगी को नियंत्रित करना नहीं है, बल्कि उसे सही रास्ते पर लाने में मदद करना है. किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए हमेशा ज्योतिष के साथ-साथ कर्म पर भी विश्वास रखना चाहिए. Vyas ji Astrology को क्यों चुनें? अगर आप किसी अनुभवी और विश्वसनीय ज्योतिषी कीतलाश कर रहे हैं तो व्यास जी ज्योतिष आपकी मदद के लिए हमेशा मौजूद है. 25 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, व्यास जी ज्योतिष ने हजारों लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान ढूंढने में मदद की है. वे न सिर्फ ज्योतिष का गहन ज्ञान रखते हैं, बल्कि उनका दयालु स्वभाव और सकारात्मक दृष्टिकोण भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. कॉन्क्लूजन: अगर आप जीवन की जटिलताओं से घबराए हुए हैं और अपने दुखों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो ज्योतिष का सहारा लेने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन यह सुनिश्चित कर लें कि आप एक योग्य और अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें. व्यास जी ज्योतिष आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है. ज्योतिष के मार्ग

Chandra Grahan October 2023

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चंद्र-ग्रहण क्या है और कैसे होता हैः- चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। चंद्र ग्रहण पूर्णिमां के दिन होता है। जब पृथ्वी सूर्य और चंद्र एक ही लाईनमें अवकाशमें आते है तब ग्रहण लगता है। चंद्रमां जब पृथ्वी के पीछे होता है तब चंद्र ग्रहण लगता है। हिन्दु मान्यताओ के आधार पर ईस दिन कोई भी शुभ कार्यको नही करना चाहिए।

Rahu-Ketu Transit 30 October, 2023 effects | राहु-केतु मीन और कन्यामें गोचर 2023

राहु और केतु का गोचर 30 अक्टुबर 2023 को होने जा रहा है। राहु और केतु दोनो एक साथ गोचर करते है। डेढ साल यानी 18 माह एक ही राशिमें परिभ्रमण करते है। वैदिक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु-केतु वक्र चाल से चलते है। अन्य ग्रह आगे की चाल चलते है लेकिन राहु-केतु पीछेकी चाल चलते है। वर्तमान समयमें राहु मेष राशिमें है और केतु तुला राशिमें है। दोनो ग्रह 180 डिग्री पर ही एक-दुसरे से रहते है। 30 अक्टुम्बर 2023 को शाम को 4 बजके 55 मिनिट 26 सेकन्ड को यह दोनो ग्रह मेष और तुला राशिको छोड कर मीन और कन्या राशिमें 18 महिने के लिए प्रवेश करेंगे। कीसी भी ग्रह का जब गोचर होता है तो उसकी सिधी असर जिव-जगत पर होती है। ईस गोचर से भी सभी 12 राशि के जातकोके जीवनमें असर देखी जायेगी। तो ईस आर्टीकल के माध्यमसे हम जानेंगे की कीस राशि पर राहु-केतु के गोचर की शुभ असर होंगी और कौनसी राशी पर अशुभ असर। आप सभी का स्वागत है Vyasji Astrology में। Aries मेष राशि: मेष राशि में ही इस समय राहु और केतु का गोचर हो रहा है। गुरु भी साथ में ही गोचर कर रहे हैं। लग्न के ऊपर से राहु का गोचर बढ़िया नहीं होता। सप्तम के ऊपर से केतु का गोचर बढ़िया नहीं माना जाता। राहु बारहवें भाव में चले जाएंगे 30 अक्टूबर को और ये 2025 तक ऐसे ही रहेंगे। केतु थोड़े से सही हो जाएंगे क्योंकि वो छठे में आ जाएंगे। राहु बारहवें में जाकर परेशान कर सकते हैं। यहां पर मेष राशि के जातको को थोड़ा ध्यान देने की जरुरत है। बारहवें भाव से खर्चा देखा जाता है और ये मोक्ष प्राप्ति का भी भाव है। विदेश यात्रा भी इसी भाव से देखी जाती है। राहु की दृष्टि जाती है चौथे भाव के ऊपर, जो आपकी मां का भाव है। यदि राहु पहले से ही यहां हैं तो मां की सेहत की चिंता रहेगी। यदि मकान, गाड़ी या प्रॉपर्टी खरदीना चाहते हैं तो उसमें भी थोड़ी देरी देखने को मिलेगी। Leo सिंह राशि: सिंह राशि के लिए केतु दूसरे भाव में चले जाएंगे और राहु अष्टम में आ जाएंगे। गाड़ी थोड़ी सी धीमी चलाएं। यदि आप गाड़ी तेज चलाते हैं तो दुर्घटना हो सकती है। एक दृष्टि जाएगी बारहवें भाव के ऊपर। खर्चा थोड़ा सा बढ़ सकता है। विदेश जाने का प्लान भी बनेगा। सेहत का खास तौर पर ध्यान रखें। जंक फूड अवॉयड करें। मां की सेहत के लिहाज से भी राहु का गोचर बढ़िया नहीं है। Effects of Ketu transit केतु गोचर के दुष्प्रभावLibra तुला राशि: एक ग्रह के हिसाब से ये गोचर सही रहेगा लेकिन दूसरा परेशानी पैदा करेगा। राहु छठे भाव में चले जाएंगे और केतु बारहवें भाव में आ जाएंगे। बारहवां भाव मोक्ष का स्थान है और केतु मोक्ष के कारक ग्रह हैं। जिन लोगों की आयु ज्यादा है तो हो सकता है, उनके साथ कोई अनहोनी हो जाए। यहां से खर्चे भी देखे जाते हैं। अगर विदेश जाने के लिए फाइल लगाएंगे तो वहां पर भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ड्राइविंग थोड़ी सी ध्यान से करें। केतु बारहवें भाव में हैं तो चौथा भाव इसके प्रभाव में रहेगा। चौथे स्थान से सुख स्थान देखा जाता है। कोई सीक्रेट लीक हो सकते हैं। Aquarius कुम्भ राशि: कुम्भ के लिए बुध की राशि अष्टम में रहेगी। इस वजह से आपको थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है, अष्टम का गोचर बढ़िया नहीं होता। यदि केतु की दशा या महादशा चल रही है तो आपको परेशानी का ज्यादा सामना करना पड़ सकता है। अष्टम भाव से अचानक हानि देखी जाती है। केतु जब अष्टम में गोचर करेंगे तो एक दृष्टि देंगे बारहवें भाव को। बारहवां भाव खर्चे का भाव है। नेगेटिव साइड में खर्चा देखना पड़ेगा। यदि आप विदेश जाना चाहते हैं तो उसमे भी थोड़ी परेशानी देखनी पड़ेगी।